सोमवार, 26 जुलाई 2010

पाकिस्तान : आतंकवादियो का गढ़

पाकिस्तान का जन्म हिंसा से भरे माहौल में हुआ. 1940 में मुस्लिम लीग ने प्रथम बार पाकिस्तान की मांग की. आज जैसा की हम सभी जानते हैं की पाकिस्तान आज बारूद के ढेर पर बैठा हुआ हैं .यह बारूद दुनिया के लिए खतरा हैं .आज पाकिस्तान में रोज बम धमाके, गोलीबारी हो रही हैं पाकिस्तान की हालत दिन पर दिन बिगडती जा रही हैं . तह बिगड़ती हालत संपूर्ण विश्व खासकर भारत के लिए चिंता का विषय हैं. सभी आतंकी घटनाये चाहे वह भारत में घटित हो या अमेरिका में घटित हो सभी के तार पाकिस्तान से जुड़े होते हैं. आज पाकिस्तान आतंक रुपी कैंसर से खुद तबाह हैं.
पाकिस्तानी हुक्मरान लगातार यह अफवाह फैलाते हैं की भारत से उसके अस्तित्व को खतरा हैं. पाकिस्तान में भारत विरोधी गतिविधिया बे रोक टोक जरी हैं . पाकिस्तान में भारत के विरोध करने का फैसन चल पड़ा हैं. पाकिस्तान में लोगो का मानना हैं की उसका सबसे बड़ा दुश्मन भारत हैं. जब की भारत कभी भी पाकिस्तान विरोधी गतिविधियों में शामिल ही नहीं रहा हैं . पाकिस्तान बेवजह का आरोप लगता हैं कि भारत की ख़ुफ़िया एजेंसी का हाथ पाकिस्तान विरोधी गतिविधियों में हैं. जब की सच तो यह हैं की पाकिस्तान की ख़ुफ़िया एजेंसी I .S .I . का हाथ भारत विरोधी गतिविधियों में हैं. यह कितनी बार प्रमाणित भी हो चुका हैं और इसे संपूर्ण विश्व भी जानता हैं.
पाकिस्तान की बिगड़ती हालत भारत के लिए चिंताजनक हैं. पाकिस्तान आज असफल राष्ट्र बन चुका हैं . वहा कब कहाँ क्या हो जाये कहा नहीं जा सकता हैं? पाकिस्तान की हालत जितनी ख़राब होगी भारत के लिए परेशानी उतनी ही बढ़ेगी . आतंकी संगठन पाकिस्तान में अपनी स्थिति मजबूत कर बुद्धजीवी वर्ग को सत्ता से हटाकर खुद बैठ जायेंगे और इस प्रकार पाकिस्तान आतंकवादियो का देश कहलाने लगेगा . बुद्धजीवी वर्ग से तो बातचीत हो सकती हैं लेकिन आतंकवादियो से नहीं क्यूँ की वे सिर्फ गोली की भाषा समझते हैं. भारत के लगभग सभी आतंकी घटनाओ का तार पाकिस्तान से जुदा रहता हैं . ताज़ा घटनाक्रम पर नजर डाले तो 2008 -26 NOV 2009 अत्यधिक आतंकी घटनाये हुए . 26 NOV 2009 को घटित घटना जो एक प्रकार का अघोषित युद्ध था जिसे हमारे जाबांज और बहादुर अधिकारिओ और सैनिको ने तीन दिन तक लड़ा .यदि पाकिस्तान की हालत इसी तरह बिगड़ती रही तो संभवतः परमाणु हथियार आतंकियों के हाथ में चला जायेगा. जिसके और संपूर्ण विश्व के अस्तित्व पर खतरा उत्पन्न हो जायेगा. यह मान लेना उचित नहीं होगा की पाकिस्तान के परमाणु हथियार सुरक्षित हैं आज पाकिस्तान और पाक अधिकित कश्मीर (P .O .K )में सैकड़ो की संख्या में आतंकी प्रशिक्षण शिविर बेरोकटोक चल रहे हैं जो भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं.
पाकिस्तान में सरकार को बातचीत में सेना को भी शामिल करनी चाहिए क्यूँ की वहा बिना सेना की बातचीत महत्वहीन हैं . पाक में वही होता हैं जो वहां की सेना चाहती हैं .I .S . I . भारत में जाली नोटों को खफा रही हैं . सरकार को सीमा पर सख्त निगरानी करनी चाहिए. नेपाल की खुली सीमा पर सख्त निगरानी होनी चाहिए . खासकर समुंद्री सीमाओ पर कड़ी निगरानी करनी चाहिए. क्यूँ की इसी के रास्ते पाकिस्तान प्रशिक्षित पाकिस्तानी आंतंकवादी भारत में आकर भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई में तीन दिनों का एक अघोषित युद्ध लड़ा था. मुंबई हमले के जिन्दा बचे आतंकवादी कसाब को भारत की अदालत ने फांसी की सजा दी लेकिन फांसी होगी या नहीं यह कहना जड़ा मुस्किल लगता हैं .क्यूँ की अभी उसके आगे फांसी पाने वाले लोगों की लम्बी फेहरिस्त हैं. संसद हमले का आरोपी अफज़ल गुरु भी अभी मौत का इंतज़ार कर रहा हैं. अब यह देखना हैं की इन देश के दुश्मनो को कब तक मौत अपनी गले लगाती हैं.लेकिन सवाल उठता हैं की क्या अफज़ल को फांसी देने से भारत में आतंकी घटने रुक जाएगी ? मेरा मतलब यह नहीं हैं की अफज़ल को फांसी नहीं हो . उसने अक्षम्य अपराध किया हैं और सजा निश्चित तौर पर मिलनी चाहिए .लेकिन जिन्होंने इस घटना की साजिश रची उनका क्या होगा ? पाकिस्तान से इस मामले में मदद मांगना बेबकूफी होगी .
इन घटनाओ से निपटने के लिए हमें हमेशा सतर्क रहना होगा .चाणक्य निति में भी कहा गया हैं की अगर सुखी और शांति से जीना चाहते हो तो हमेशा युद्ध के लिए तैयार रहो. सरकार को सेनाओ की आधुनिकीकरण पर ध्यान देना चाहिये.

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